बिहार का ‘देवघर’ है बाबा गरीबनाथ मंदिर(Garib Nath Mandir)

July 17, 2022
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लोगो के आस्था और विश्वास का प्रतीक है muzaffarpur का बाबा गरीबनाथ मंदिर(Garib Nath Mandir) | बिहार के मुजफ्फरपुर शहर में स्थित ‘बाबा गरीबनाथ मंदिर’ को बिहार का ‘देवघर’ भी कहा जाता है | कहा जाता है की यहा सभी भक्तो के सभी मुराद पूरा होती है |

बाबा गरीबनाथ मंदिर(Garib Nath Mandir) से जुड़े ऐतेहासिक तथ्य

Garib nath mandir का इतिहास बहुत ही पुराना है | धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बाबा garib nath mandir धाम का करीब तीन सौ साल पुराना इतिहास रहा है। कहा जाता है की अभी जिस जगह पे मंदिर है उस जगह पे घाना जंगल हुआ करता था और इन जंगलों के बीच सात पीपल के पेड़ थे |

Garib Nath Mandir

Garib Nath Mandir Muzaffarpur

ऐसा माना जाता है की जब इस पीपल के पेड़ की कटाई हो रही थी तब उस से लाल पदार्थ निकलने लगे और यहां से एक विशालकाय शिवलिंग मिला। मान्यता है कि यहाँ शिव अपने परिवार के साथ विराजते हैं. सुर्ज, राधा कृष्ण, एवं भक्त वत्सल हनुमान भी विराजते हैं. नंदी, बाबा के गर्वगृह के मुख्य द्वार पर विराजते हैं |

इस तरह पड़ा था ‘बाबा गरीबनाथ मंदिर'(Garib Nath Mandir) का नाम:

भक्त और भगवन के बीच आस्था हमेसा बानी रहती है | ऐसा माना जाता है की एक बेहद ही गरीब व्यक्ति था, उसके एक बेटी थी. बेटी की शादी के लिए घर में कुछ भी नहीं था। लेकिन बोलते है ना जिसके साथ भोले नाथ उसको किस बात की चिंता |

Garib Nath Mandir

‘बाबा गरीबनाथ मंदिर’ का नाम

एक दिन व्यक्ति को सपने में बाबा के दर्शन हुए. जिसके बाद शादी के सभी सामानों की आपूर्ति अपने आप हो गई. तभी से इस धाम का नाम ‘बाबा गरीबनाथ’ पड़ गया|

Garib Nath Mandir

हर साल बढ़ती जा रही है बाबा गरीबनाथ मंदिर की प्रसिद्धि

अपने भक्तो के मनोकामा पूरी करने वाले मनोकामना नाथ भगवन की प्रसिद्धि हर साल बढ़ती जा रही है | muzaffarpur स्थित बाबा गरीबनाथ धाम वर्षों से श्रद्धालुओं के आस्था और श्रद्धा का केन्द्र रहा है|

सावन के महीने में विशेषकर सोमवार को सोनपुर के पहलेजा घाट से 70 किलोमीटर की दूरी तय कर कांवड़ियों का जत्था लाखों की संख्या में पवित्र गंगा जल से बाबा का जलाभिषेक करते हैं, तथा बाबा से अपने मन की बरदान मांगते है |

 

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