All about Muzaffarpur मुजफ्फरपुर का सफर
June 12, 2022
बिहार में कुल 38 जिले है, मुजफ्फरपुर(Muzaffarpur) जिला, बिहार के 38 जिलों में से एक है। मुजफ्फरपुर का नाम सुन कर सब के दिमाग में दो चीज तो जरूर आती है एक मुजफ्फरपुर का लीची और दूसरा मुजफ्फरपुर का लहठी। लकिन आज हम इस ब्लॉग में मुजफ्फरपुर के बारे में सब कुछ बताए गे।
इतिहास(Muzaffarpur)
मुजफ्फरपुर का इतिहास बहुत ही पुराना है, वर्तमान जिला मुजफ्फरपुर 18 वीं शताब्दी में अपने अस्तित्व में आया और ब्रिटिश राजवंश के तहत एक अमील (राजस्व अधिकारी) मुजफ्फर खान के नाम पर रखा गया। मुजफ्फरपुर अपने सूती वस्त्र उद्योग, लीची तथा आम जैसे फलो, लहठी के लिए पुरे विश्व में जाना जाता है।
मुजफ्फरपुर का परिचय (Introduction of Muzaffarpur)
- मुख्यालय(Headquarters) – Muzaffarpur
- क्षेत्रफल – 3172 km²
- भाषा(Language) – हिंदी, मैथली, वज्जिका
- सीमा रेखा –
- उत्तर में चंपारण और सीतामढ़ी
- दक्षिण में वैशाली और सारण
- पूर्व में दरभंगा और समस्तीपुर
- पश्चिम में सारण और गोपालगंज
- प्रशासनिक प्रभाग – तिरहुत
- नदियाँ – गंडक, बूढी गंडक, बागमती
जिले के बारे में(All about Muzaffarpur)
- अनुमंडल – पूर्वी अनुमंडल तथा पश्चिमी अनुमंडल
- पंचायतों की संख्या – 385
- गाँवों की संख्या – 1811
- प्रखंडः 16 (औराई, बोचहाँ, गायघाट, कटरा, मीनापुर, मुरौल, मुसहरी, सकरा, काँटी, कुढनी, मोतीपुर, पारु, साहेबगंज, सरैया ,बंदरा, मरवन)
- विधानसभा सीट – 11(गायघाट, औराई, मीनापुर, बोचहां, सकरा, कुरहनी, मुजफ्फरपुर, काँटी, बरुराज, पारू, साहेबगंज)
- लोकसभ सीट – मुजफ्फरपुर, वैशाली
दर्शनीय स्थल
मुजफ्फरपुर में दर्शनीय स्थल तो बहुत सारे है लेकिन आज हम यहां कुछ प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल
के बारे में जाने गे।
1.) बाबा गरीबनाथ मंदिर:-
मुजफ्फरपुर स्थित बाबा गरीबनाथ धाम को बिहार का देवघर कहा जाता है। इस मंदिर का इतिहास लगभग 300 साल पुराना है। सावन के महीने में यहां लाखो भक्त लोग बाबा के शिव लिंग पे जल चढ़ाते है। बाबा के भक्तो के लिए यह बहुत ही बड़ा आस्था का केंद्र है।
बाबा गरीबनाथ धाम के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां click करे
2.) जुब्बा साहनी पार्क
जुब्बा साहनी पार्क मुजफ्फरपुर का एकलौता पार्क है। जुब्बा साहनी पार्क का नाम स्वतंत्रता सेनानी और क्रन्तिकारी शहीद जुब्बा सहनी के नाम पे रखा गया है। यह पार्क मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा में है।
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3.) देवी मंदिर
शहर के उमाशंकर प्रसाद लेन स्थित प्रसिद्ध राज राजेश्वरी देवी मंदिर उत्तर बिहार के प्रमुख शक्तिपीठों में गिना जाता हैं | यह मंदिर भक्तो के लिए बहुत ही बड़ा आस्था का केंद्र है। मंदिर की स्थापना स्थानीय धर्मानुरागी उमाशंकर प्रसाद उर्फ बच्चा बाबु ने की थी |
राज राजेश्वरी देवी मंदिर के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां click करे
4.)मां छिन्नमस्तिका मंदिर
मां छिन्नमस्तिका मंदिर मुजफ्फरपुर के कांटी में एनएच 28 के किनारे स्थित है। यहां सालोंभर भक्त पूजा के लिए आते रहते हैं। यह मंदिर देश का दूसरा व बिहार का एकमात्र छिन्नमस्तिका माता का मंदिर है।
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5.) शिरूकहीं शरीफ (कांटी):-तेगे अली शाह का मज़ार।
कांटी के शेरुकाहीं गांव में तेगे अली शाह का मज़ार है जिसे शिरूकहीं शरीफ के नाम से भी जाना जाता है। यहां पे हर साल शाह मोहम्मद तेग अली का उर्से तेगी मनाया जाता है जहा पे देश विदेश से भी लोग इकठे होते है।
शिरूकहीं शरीफ के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां click करे
शिक्षण संस्थान
- बाबा साहब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय(Brabu)
- लंगट सिंह महाविद्यालय (LS College)
- रामेश्वर सिंह महाविद्यालय
- रामदयालु सिंह महाविद्यालय(RDS College)
- बी बी कालेजिएट
- एम डी डी एम कालेज(MDDM College)
- साधु शरण सिंह इंस्टिट्यूट ऑफ़ हेल्थ एजुकेशन
- श्री कृष्ण मेडिकल एंड हॉस्पिटल